शहीद जवान | केप्टन कपिल कुंडू | रोहतक का शहीद मोनू
शहीद जवान केप्टन कपिल कुंडू राष्ट्र के असली योद्धेय

सूख न जाये कही आज़ादी का पौधा, खून से अपने इस लिए तर करते है, खुश रहना ए अहले वतन, क्योंकि अब हम तो सफर करते है |
शहीद जवान केप्टन कपिल कुंडू व रोहतक के मोनू आज कुपवाड़ा में हरियाणा के दो सपूत दुश्मन से मुकाबला करते हुए शहीद हो गये | केप्टन कपिल कुंडू गुडगाँव जिले के रनसिका गाँव के रहने वाले थे | परिवार के नाम पर वो अपनी विधवा बेसहारा माँ व बहन को छोड़ गये | जानिये शहीद जवान के बारे में कुछ खास बातें
- 22 साल की उम्र में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान करने वाले कैप्टन कपिल कुंडू गुरुग्राम के रहने वाले थे।
- कैप्टन कपिल की मां का कहना है कि उनके इकलौता बेटे पर देशभक्ति का जुनून था।
- वह देश के लिए कुछ भी करने को हमेशा तैयार रहता था।
- शहीद कैप्टन कपिल ने अपने फेसबुक के स्टेटस में आनंद फिल्म का डॉयलॉग “जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए” लिखा है।
- कैप्टन कपिल कुंडू 5 दिन के बाद ही अपना 23 वां बर्थडे मनाने वाले थे।
- 10 फरवरी को उनका 23 वां जन्मदिन था।
- गुडगाँव के रहने वाले शहीद जवान कैप्टन के सिर से पिता का साया उठने के बाद भी उनकी मां सुनीता ने उन्हें देशसेवा के लिए फौज में भेजने का साहसिक फैसला लिया था।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैप्टन कुंडू का चार दिन पहले ही प्रमोशन हुआ था।
- एक चैनल से बात करते हुए कुंडू के दादाजी ने बताया कि दो दिन पहले पोते से बात हुई थी।
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शहीद जवान मोनू
रोहतक के कलानौर खंड के गांव बसाना का 24 वर्षीय शहीद जवान मोनू आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया। 26 जनवरी को कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर आतंकियों के हमले में मोनू को गोली लगी थी। उसे पहले जम्मू के अस्पताल ने भर्ती करवाया गया। बाद में दिल्ली के आर्मी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। शनिवार सुबह मोनू ने आखिरी सांस ली।
- गांव बसाना निवासी सेना का शहीद जवान मोनू शादी के बाद पत्नी से दोबारा नही मिल सका।
- उसकी 11 नवम्बर को दादरी जिले बोन्द कला की रेणु से शादी हुई थी |
- 17 जनवरी को ही मोनू ड्यूटी पर कुपवाड़ा चला गया।
- जहां शहीद जवान आतंकियों से लोहा लेते हुए घायल हो गया।
- उसे उपचार के लिए दिल्ली लाया गया, जहां वह शहीद हो गया।
- अभी रेणु के हाथों की मेहंदी भी ठीक से सूखी ना थी।
- आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान का अंतिम संस्कार होगा।
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